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Tuesday 12 September 2017

लव जिहाद बना लद्दाख में तनाव की वजह, मुस्लिम लड़के ने बौद्ध लड़की से की शादी

लद्दाख में लेह और करगिल दो जिले हैं और यहां की कुल आबादी 2,74,000 है, जिसमें  49 फीसदी मुस्लिम आबादी है.
लव जिहाद बना लद्दाख में तनाव की वजह, मुस्लिम लड़के ने बौद्ध लड़की से की शादी
(प्रतीकात्मक फोटो)
श्रीनगर : लद्दाख बौद्ध असोसिएशन (एलबीए) ने जम्मू-कश्मीर में सत्ताधारी पीडीपी-बीजेपी सरकार के खिलाफ कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है. एलबीए ने राज्य में बौद्ध-मुस्लिम तनाव को सुलझाने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी से मदद लेने का निर्णय लिया है. लद्दाख में ये तनाव एक 30 साल की बौद्ध महिला के 32 साल के शिया मुस्लिम युवक से शादी के बाद पैदा हुआ है. बौद्ध महिला ने पिछले साल इस्लाम कबूल करने के बाद मुस्लिम युवक से शादी कर ली थी.
एलबीए के अधिकारी पीटी कुंजांग ने अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि एक बौद्ध प्रतिनिधिमंडल पीएम से मिलने का समय मांग रहा है. बता दें कि लद्दाख में बौद्ध धर्म को मानने वालों की आबादी 51 फीसदी है जबकि 49 फीसदी मुस्लिम हैं. एलबीए का विरोध इस बात को लेकर है कि राज्य प्रशासन कथित तौर पर बौद्ध लड़की के धर्म परिवर्तन के मामले की अनदेखी कर रहा है.
करगिल में द्रास के 32 साल के मुर्तजा आगा ने 2016 में बौद्ध लड़की से शादी कर ली थी. इस बौद्ध लड़की ने धर्म परिवर्तन के बाद अपना नाम शिफा कर लिया था. शिफा और मुर्तजा इस वक्त श्रीनगर में एक गुप्त जगह पर रह रहे हैं. शिफा ने हालांकि सीएम महबूबा को लिखे पत्र में ये माना है कि उसने मुर्तजा से शादी अपनी पसंद से की है. दिल्ली के एक एनजीओ में काम करने के दौरान दोनों एक दूसरे से प्यार कर बैठे थे. लेकिन बौद्ध संगठन का कहना है कि ऐसा जबरन करवाया गया है.
राज्य महिला आयोग की चेयरपर्सन नायमा महाजूर के पास मौजूद जानकारी के मुताबिक शिफा ने 2015 में इस्लाम कबूल कर लिया था, इसके बाद 2016 में बेंगलुरु में दोनों ने शादी कर ली. इस बीच, जम्मू-कश्मीर हाई कोर्ट ने प्रशासन से इस जोड़े को परेशान न करने को कहा है. हालांकि, LBA अधिकारी पीटी कुंजांग ने कहा कि सरकार बौद्धों को खत्म करना चाहती है लेकिन हम अपने खून की आखिरी बूंद तक लड़ेंगे.
खुद को बौद्ध बताकर धोखे से शादी कर रहे हैं मुस्लिम युवक 
एक और लद्धाख के अधिकारी ने बताया कि युवा बौद्ध लड़कियां क्षेत्र के कई और हिस्सों में मुस्लिमों के झांसे में फंस गई हैं. मुस्लिम लड़कों ने खुद को बौद्ध बताकर उन्हें अपने झांसे में लिया. हालांकि शादी के बाद लड़कियों को पता चल गया कि वे मुस्लिम हैं. 2003 से अब तक यहां पर 45 से ज्यादा लड़कियों ने मुस्लिम लड़कों से शादी की है और दावा किया है कि उन्होंने ऐसा अपनी इच्छा से किया है.
लद्दाख में लेह और करगिल दो जिले हैं और यहां की कुल आबादी 2,74,000 है, जिसमें  49 फीसदी मुस्लिम आबादी है. मुस्लिमों के मुताबिक, धर्मांतरण एकतरफा नहीं है, कई मुस्लिम लड़कियों को भी बौद्ध बनाया गया है. 1989 में, यहां बौद्धों और मुस्लिमों के बीच हिंसा हुई थी. इसके बाद एलबीए ने मुस्लिमों का सामाजिक और आर्थिक बहिष्कार किया, जो 1992 में हटा

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