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Wednesday 25 October 2017

मैंने घबराकर एक जीवनरक्षक गुब्बारा पकड़ा और खुद को समुद्र को सौंप दिया

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हम सभी घबराए हुए थे। घबराए भी क्यों नहीं, हमारे चार साथी बीच समुद्र में हमारे छोटे से जहाज से गायब हो चुके थे, वो भी बिना किसी सूचना के। अब जहाज पर खलासी के बतौर सिर्फ तीन लोग ही बचे थे मैं, एडम और जोनाथन। बाकी तीन हमारे मालिक जैसे थे, जहाज का और हमारा मालिक नेवल स्पार्ट, उसकी बेइंतहा खूबसूरत बेटी एंजिला और वो जिससे हमको सबसे ज्यादा डर लगता था, भगवान और शैतान से भी ज्यादा, बार्बरस बदनाम।

उस रात न जाने क्यों जहाज के मेन हॉल में कोई नहीं था। मौका देखकर जोनाथन एक चार्ट लेकर वहां आया। मैं और एडम जहाज के भविष्य और समुद्र के खूंखार मिजाज पर चर्चा कर रहे थे, जो आज ज्यादा ही भयंकर लग रहा था। मानों हर लहर गा रही थी, आओ मौत की बाहों में पुकारती तुमको आओ। हमें लग रहा था हमारे चारों साथी जो गायब थे, हमको पुकार रहे थे और कह रहे थे आओ हमारे पास नर्क की गहराइयों में।

जोनाथन ने चार्ट बिछाया, आओ हम अपना भविष्य जानें। मैंने देखा वो एक प्लेन चैट का चार्ट था। समुद्र में आत्माएं धरती से सौगुना अधिक ताकतवर होती हैं। हे मजाक मत करो, एडम बोला। वो मेरी ही तरह परेशान था। नहीं यार, तुम इसे मजाक ही मान लो, पर एक बार मेरे साथ इस पर आत्मा को बुलाओ, मुझे उससे कुछ पूछना है। मैं और एडम इस बात को पसंद नहीं कर रहे थे, पर न जाने क्यों हम उसके साथ बैठ गए। शायद हमें आने वाली कयामत की खबर नहीं थी।

हमने गोटी पर हाथ रखा। यहां एक आत्मा है… यहां एक आत्मा है… जोनाथन बुदबुदाया। हमने आंखें बंद कर रखी थीं। अचानक ऐसा लगा गोटी हमारी उंगली के नीचे नहीं है, हमने आंखें खोलीं, गोटी चार्ट पर आ चुकी थी। हम चुप थे, क्योंकि काम जोनाथन को था। फेथ… फेथ… फेथ… आप यहां हैं? जोनाथन ने पूछा। गोटी यस पर टिक गई। जोनाथन ने विजेता की तरह हमारा मुंह देखा। फेथ… फेथ… फेथ… आपका नाम।

गोटी डी पर धीरे से जाकर रुकी और फिर ई, वी, आई और एल को तेजी से पार कर गई। जोनाथन ने हमारा मुंह देखा। आपका जन्म कब हुआ था फेथ…। गोटी एन पर धीरे से जाकर रुकी और फिर ई,वी,ई, आर को तेजी से पार कर गई फिर एक वाक्य उभरा नेवर डॉय नेवर बॉर्न। एक लहर ने पूरे समुद्र जहाज को कंपा दिया।

आप कहां से आए हैं… डूम्स हेल। जोनाथन ने फीके और डर से पीले पड़े मुंह से मुझे और एडम को देखा। हम तीनों एक दूसरे का मुंह ताक रहे थे। हमारे जहाज का भविष्य क्या है? जोनाथन ने बात बदलते हुए पूछा। चार्ट पर जो उभरा वो हमारे होश उड़ानेवाला था। डिस्ट्रक्शन एंड टोटल एपोक्लिप्स (विनाश और संपूर्ण महाविनाश)।

हमारा भविष्य, जोनाथन का मुंह पीला पड़ चुका था। डेथ… ए डेथ वन नेवर एक्सपेक्ट टू बी हैपेन (मौत… एक ऐसी मौत जिसके बारे में कोई सोच भी नहीं सकता)। जोनाथन एकदम खड़ा हो गया, जो प्लेनचेट के नियम के बिलकुल विरुद्ध था। जोनाथन रुको, एडम चिल्लाया। जोनाथन भागा। उसके पीछे एडम और फिर मैं।

एक भयंकर लहर आई और पूरा जहाज हिल उठा। हमें भयंकर रूप से गोलियां चलने की आवाज आई। हम तीनों बाहर निकलकर पीछे की ओर भागे। मैंने भागते हुए खिड़की से हॉल में देखा। एंजिला और बार्बरस बदनाम अब वहां थे। बार्बरस एंजिला की ओर बढ़ रहा था और वो पीछे जा रही थी।

अब मैं तुम्हे बताऊंगा कि बारस, बार्बरस का छोटा नाम, क्या चीज है? मैं उसकी कोई मदद नहीं कर सकता था। हमें ये भी नहीं मालूम था कि नेवल कहां है? मैंने घबराकर एक हवा से भरा जीवनरक्षक गुब्बारा पकड़ा और अपने आप को समुद्र को सौंप दिया।

यहां पढ़ें छठ महापर्व की पूजन विधि, इन बातों का रखें ध्‍यान खुश होंगे सूर्य भगवान


यहां पढ़ें छठ महापर्व की पूजन विधि, इन बातों का रखें ध्‍यान खुश होंगे सूर्य भगवानयहां पढ़ें छठ महापर्व की पूजन विधि, इन बातों का रखें ध्‍यान खुश होंगे सूर्य भगवान
आज से छठ महापर्व की शुरुआत हो गई है। चार दिन तक चलने वाली छठ पूजा में कुछ खास बातों का ध्‍यान रखना जरूरी होता है। आइए यहां पर पढ़े इस महापर्व की पूजन विधि...
पहले दिन नहा खा होता
कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष के चतुर्थी से छठ पूजा शुरू होती है। इसका समापन सप्तमी तिथि को होता है। इस पूजा में चतुर्थी के दिन 'नहा-खा'  होता है। इस द‍िन सूर्योदय के समय स्नान और फिर भोजन ग्रहण किया जाता है। भोजन में कद्दू चने की दाल और चावल मुख्‍य रूप से शामिल होता है। 

दूसरे दिन खरना का प्रसाद
इसके बाद दूसरे दिन पंचमी को खरना होता है। इस दिन निर्जला उपवास और शाम को सूर्यास्‍त के बाद खरना का प्रसाद ग्रहण किया जाता है। खरना के प्रसाद में गन्ने के रस ओर दूध में बने हुए चावल की खीर,  चावल का पीठा और घी की चुपड़ी रोटी शामिल होती है। यह प्रसाद सभी लोगों को बटता है। 
तीसरे दिन सूर्य को अर्घ्‍य
तीसरे दिन षष्ठी तिथि पर छठ का प्रसाद बनता है और डूबते हुए सूर्य को अर्घ्‍य देते हैं। छठ पूजा में प्रसाद के रूप में ठेकुआ यानी कि टिकरी और चावल के लड्डू यानी कि लडुवा बनाए जाते हैं। इसके अलावा चढ़ावे सांचा और फल भी चढाए जाते हैं। पूजा के बाद इनका प्रसाद वितरण किया जाता है। 

चौथे दिन व्रत पूरा होता 
चौथे दिन सप्तमी की सुबह उगते सूर्य को अर्घ्‍य देने के बाद व्रत तोडऩे की प्रक्रिया होती है। इस दिन उसी जगह पर सूर्य को अर्घ्‍य दिया जाता है जहां पर पूर्व संध्‍या को दिया गया था। पूजा करने के बाद व्रत धारी कच्चे दूध का शरबत पीने के साथ ही थोड़ा सा प्रसाद खाकर अपना उपवास पूरा करते हैं।

इन बातों का रखें ध्‍यान
छठ पूजा में साफ-सफाई का विशेष ध्‍यान रखना चाहिए। खरना के प्रसाद में नमक और चीनी का प्रयोग नहीं करना चाहिए। इसके अलावा अर्घ्य में चढ़ाए जाने वाला प्रसाद बनाने तक कुछ नहीं खाना चाहिए। उपवास के दौरान झूठ न बोलें और मांसाहार व मदिरा आदि सेवन बिल्‍कुल नहीं करना चाहिए। 

Monday 25 September 2017

इतिहास: क्या आप जानते हैं कब और कहां पहली बार हुई थी दुर्गा पूजा

Durga puja
शारदीय नवरात्र के मौके पर माता दुर्गा का पंडाल सजना शुरू हो गया है। मंगलवार से दुर्गा पूजा उत्सव शुरू हो जाएगा। यहां करीब 83 साल पहले बिहारीपुर में रहने वाले एक बंगाली परिवार ने दुर्गा पूजा शुरू की थी। पहले दो-चार बंगाली परिवार ही इसे मनाते थे। समय के साथ पूरे शहर में यह उत्सव धूमधाम से मनाया जाने लगा है।
नवरात्र से जुड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करें
 

जानें क्या है दुर्गा पूजा का इतिहास, किसने की शुरू

इस समय रेलवे जंक्शन, इज्जतनगर, दुर्गाबाड़ी, रामपुर गार्डन, बीआई बाजार समेत कई जगह दुर्गा पूजा पंडाल सजता है। रेलवे जंक्शन मनोरंजन सदन के पास 25 साल पुरानी मां दुर्गा पूजा की तैयारियां पूरी हो गई हैं। यहां पंडाल सज गया है और 26 सितंबर से दुर्गा पूजा का आयोजन आरंभ हो जाएगा। बंगाली कल्चरल एवं वेलफेयर सोसाइटी की तरफ से यहां दुर्गा पूजा मेले का आयोजन किया जाता है।

इसके साथ ही रामपुर बाग, दुर्गाबाड़ी, बीआई बाजार, कृष्णानगर, इज्जतनगर में भी दुर्गा पूजा की तैयारी शुरू हो गई है। सोसाइटी के मीडिया प्रभारी ध्रुव चटर्जी ने बताया कि पहले दिन पूजा होगी और शाम को आनंद मेला आयोजित किया जाएगा। कार्यक्रम प्रवीर राय, मनोज राय, अर्जुन चंपामणी, यूके मिश्रा, प्रह्लाद राय आदि के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है। यह आयोजन 30 सितंबर तक चलेगा।

Jio Phone पहली नज़र में...

Jio Phone पहली नज़र में...

ख़ास बातें

  • Reliance Jio ने इस साल आम वार्षिक बैठक में जियो फोन को पेश किया था
  • सबसे रोचक बात यह है कि जियो फोन प्रभावी तौर पर मुफ्त है
  • गैजेट्स 360 को आखिरकार जियो फोन इस्तेमाल करने का मौका मिल गया है
Reliance Jio ने इस साल आम वार्षिक बैठक में जियो फोन को पेश किया। Jio Phone ने आते के साथ ही मार्केट में एक जबरदस्त हलचल पैदा कर दी। 4जी और वॉयस ओवर एलटीई फीचर से लैस इस फीचर फोन के बारे में सबसे रोचक बात यह है कि फोन प्रभावी तौर पर मुफ्त है। हालांकि, आपको इसे खरीदने के लिए सिक्योरिटी डिपॉज़िट के तौर पर 1,500 रुपये देने होंगे। रिलायंस ने जियो फोन की प्री-बुकिंग अगस्त महीने में शुरू की थी। हैंडसेट की डिलिवरी 21 सितंबर से शुरू किए जाने का वादा था। गैजेट्स 360 को आखिरकार जियो फोन इस्तेमाल करने का मौका मिल गया है और पहली नज़र में हमें यह फोन ऐसा लगा...

कई स्मार्टफोन को रिव्यू करने के बाद जियो फोन बहुत अलग ही एहसास देता है। यह एक फीचर फोन है और स्टेंडर्ड कैंडी बार डिज़ाइन के साथ आता है। यह छोटा है और इसे हाथों में पकड़ना सहूलियत भरा है। आपका अंगूठा कीपैड के किसी भी बटन तक आसानी से पहुंच जाएगा। 1,500 रुपये की कीमत को देखते हुए हम यही कहेंगे कि इस फोन की बिल्ड क्वालिटी अच्छी है। किनारे घुमावदार होने के कारण हाथों में इसकी ग्रिप अच्छी है। और वज़न भी बहुत ज़्यादा नहीं है।

स्क्रीन 2.4 इंच का है और इसका रिज़ॉल्यूशन 240x320 पिक्सल है। स्क्रीन के नीचे दो फंक्शन बटन हैं। एक बड़ा सा क्लिक होने वाली डी-पैड, कॉल और डिस्कनेक्ट बटन और नंबर पैड है। फोन में इस्तेमाल की गई प्लास्टिक की क्वालिटी अच्छी है। क्लिक करने पर बटन अच्छा फीडबैक देते हैं। जियो फोन से आप जियो नेटवर्क से जुड़े रहेंगे। आपको अनलिमिटेड कॉल और एसएमएस की सुविधा मिलेगी।


पिछले हिस्से पर 2 मेगापिक्सल का कैमरा है और लाउडस्पीकर भी। फ्रंट पैनल पर एक वीजीए कैमरा है। डिवाइस चार्जिंग के लिए माइक्रो-यूएसबी पोर्ट को इस्तेमाल में लाता है। बॉक्स में एक ट्रैवल चार्जर भी मिलता है। इसमें 3.5 एमएम का हेडफोन सॉकेट भी दिया गया है। जियो फोन का बैक कवर बाहर निकल जाता है। आप 2000 एमएएच की रीमूवेबल बैटरी को देख पाएंगे। नैनो सिम स्लॉट है और माइक्रोएसडी कार्ड स्लॉट में 128 जीबी तक का कार्ड इस्तेमाल किया जा सकेगा। जियो फोन में डुअल कोर प्रोसेसर का इस्तेमाल हुआ है। इसका रैम 512 एमबी का है और इनबिल्ट स्टोरेज 4 जीबी है।
 
Jio

जियो फोन काईओएस पर चलता है जो एक नया मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम है। आपको आसानी से पहचान में आने वाले ऐप आइकन ग्रिड लेआउट में मिलेंगे। डी-पैड की मदद से आसानी से नैविगेट किया जा सकता है। डी पैड के हर बटन को आप चुनिंदा ऐप लॉन्च करने के लिए शॉर्टकट के तौर पर भी इस्तेमाल में ला सकते हैं। कॉलिंग जैसे बेसिक फंक्शन बहुत तेज़ हैं। आप चुटकियों में वीओएलटीई नेटवर्क पर कॉल कर पाएंगे। अगर आप इस फोन के साथ हर दिन मिलने वाले मुफ्त डेटा को इस्तेमाल करने के बारे में सोच रहे हैं तो बता दें कि जियो फोन में कोई हॉट स्पॉट फीचर नहीं है।
जियो ऐप्स फोन में पहले से इंस्टॉल हैं। आप Jio Music, JioTV और JioCinema को एक्सेस कर पाएंगे। जियो स्टोर, जियो फोन के लिए ऐप स्टोर है। यहां पर आपको वो सारे ऐप मिल जाएंगे जो फोन के लिए बने हैं। फेसबुक और यूट्यूब जैसे लोकप्रिय ऐप अभी उपलब्ध नहीं हैं, लेकिन इन्हें जल्द ही लाने की योजना है। तब तक आप इनबिल्ट वेब ब्राउज़र की मदद से फेसबुक और यूट्यूब को बिना किसी परेशानी के इस्तेमाल कर पाएंगे। एक वॉयस असिस्टेंट भी है जो हिंदी के साथ अंग्रेजी में भी बेसिक कमांड को हैंडल कर सकता है। हमने इसको इस्तेमाल में लाया और नतीजे उम्मीद के मुताबिक आए।
 
Jio

फोन 4जी को सपोर्ट करता है और यह अपने आप ही रिलायंस जियो नेटवर्क से कनेक्ट हो जाता है। हमने जियोम्यूजिक ऐप पर गाने को भी स्ट्रीम करने की कोशिश की और इसने अच्छा काम किया। हमने जियोसिनेमा और जियोटीवी ऐप को भी चलाया और पाया कि 4जी नेटवर्क पर स्ट्रीमिंग शानदार रहती है। हम फोन पर पूरे सिनेमा को स्ट्रीम करने में सफल रहे। आपके पास देखने के लिए कई विकल्प मौज़ूद हैं, लेकिन जियो फोन का स्क्रीन वीडियो देखने के लिए नहीं बना। एक तो साइज़ कम है और व्यूइंग एंगल भी बेहद खराब हैं।

जियो फोन में वाई-फाई और ब्लूटूथ के साथ जियोलोकेशन और एनएफसी है। कई क्विक टॉगल हैं जिनका इस्तेमाल मेन स्क्रीन से हो सकता है। बैटरी साथ निभाती है। हमने फोन के दोनों ही कैमरे को इस्तेमाल किया। पाया कि अगर आपके हाथ स्थिर नहीं रहे तो फोटो धुंधले आएंगे। फोटो का रिज़ॉल्यूशन 1600x1200 रहता है, जबकि वीडियो की रिकॉर्डिंग 320x240 पिक्सल पर होती है। फ्रंट कैमरे से आप 640x480 पिक्सल रिज़ॉल्यूशन वाली तस्वीरें ले पाएंगे। हमने इन सारे पहलुओं के बारे में Jio Phone के रिव्यू में विस्तार से चर्चा करेंगे।

जियो फोन के साथ करीब एक दिन के बाद हम कह सकते हैं कि बैटरी लाइफ अच्छी है और यूज़र इंटरफेस आसानी से समझ में आ जाता है। फिलहाल, तो मुफ्त जियो फोन की टेस्टिंग हो रही है। हम जल्द ही इसके रिव्यू के साथ आएंगे।

Saturday 23 September 2017

उत्तर प्रदेश: चलती ट्रेन में उत्तराखंड की महिला से गैंगरेप

उत्तर प्रदेश: चलती ट्रेन में उत्तराखंड की महिला से गैंगरेप
प्रतीकात्मक फोटो.

खास बातें

  1. मुरादाबाद जिले के सिविल लाइन थाना क्षेत्र का मामला
  2. हरथला रेलवे स्टेशन पर बेहोशी की हालत में छोड़कर फरार
  3. चार युवकों ने महिला को पहले शराब पिलाई और गैंगरेप किया
मुरादाबाद: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले के सिविल लाइन थाना क्षेत्र में चार युवकों द्वारा एक महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म किए जाने का मामला सामने आया है. महिला का आरोप है कि शराब के नशे में 4 युवकों ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया और हरथला रेलवे स्टेशन के बाहर बेहोशी की हालत में छोड़कर फरार हो गए.

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बिजनौर जा रही थी महिला
सिविल लाइन थाना क्षेत्र स्थित हरथला रेलवे स्टेशन के बाहर बेहोशी की हालत में एक महिला देखी गई. इसके बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने महिला को जिला अस्पताल में भर्ती कराया. पूछताछ में महिला ने पुलिस को बताया, 'वह उत्तराखंड के बाजपुर कस्बे की रहने वाली है और शनिवार सुबह ट्रेन से अपने परिचित से मिलने बिजनौर जा रही थी. ट्रेन में महिला को 4 युवक मिले, जिन्होंने पहले महिला को कोल्ड ड्रिक में मिलाकर शराब पिलाई और उसके बाद चलती ट्रेन में उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया.'

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VIDEO:सोहना से महिला को किया अगवा, गैंगेरप कर ग्रेटर नोएडा में फेंका

ट्रेन से उतारकर मौके से फरार हो गए
महिला ने बताया कि ट्रेन जब हरथला रेलवे स्टेशन पर पहुंची तो आरोपी युवकों ने महिला को ट्रेन से बाहर उतार दिया और मौके से फरार हो गए. शराब के नशे में धुत महिला स्टेशन के बाहर निकलते ही बेहोश हो गई. पुलिस ने महिला को जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है. मामले में पुलिस अधिकारियों ने सिविल लाइन थाने में मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए हैं.

ब्लू व्हेल गेम के चंगुल में फंसा शामली का मासूम, ट्रेन से टकराकर दी जान


ब्लू व्हेल गेम के चंगुल में फंसा शामली का मासूम, ट्रेन से टकराकर दी जानब्लू व्हेल गेम के चंगुल में फंसा शामली का मासूम, ट्रेन से टकराकर दी जान
ब्लू व्हेल गेम का आतंक जारी है। कल शामली में 12 वर्ष के मासूम ने टास्क पूरा न होने के कारण ट्रेन से टकराकर जान दे दी। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। यह घटना कांधला की है।
शामली (जेएनएन)। देश के साथ ही प्रदेश के बच्चों में ब्लू व्हेल गेम बच्चों में कहर बन गया है। शामली में पुलिस के तमाम अलर्ट के बाद भी कल राम एक मासूम ने टास्क पूरा होने में नाकाम होने पर ट्रेन से टकराकर जान दे दी। उसके दोस्तों ने घर के लोगों को उसकी मौत की खबर दी। 
ब्लू व्हेल गेम का आतंक जारी है। कल शाम शामली में 12 वर्ष के मासूम ने टास्क पूरा न होने के कारण ट्रेन से टकराकर जान दे दी। शामली गांव के सातवीं क्लास में पढऩे वाले निशांत ने रेलवे के सामने आकर आत्महत्या कर ली। निशांत के दोस्तों ने बताया कि निशांत ब्लू व्हेल गेम खेल रहा था और वो 49 वें पड़ाव पर था जिसमें उसे रेल को टक्कर मारनी थी और जिसके बाद उसे हीरे जवारात मिलने की बात कही गई थी। परिवार का कहना है कि निशांत के ब्लू व्हेल खेलने की जानकारी उन्हें नहीं थी। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। यह घटना कांधला की है।
वहीं निशांत के परिवार के लोगों ने बताया कि गांव के एक बकरी चराने वाले ने जानकारी दी की रेलवे लाइन पर एक बच्चा कट कर मरा पड़ा हैं. बच्चे की मौत की खबर से गांव में सनसनी फैल गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने बच्चे की लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वहीं परिवार में मचे कोहराम को देख कर उसके साथ पढऩे वाले छात्र विपुल ने बताया कि यह सब ब्लू व्हेल गेम के कारण हुआ है। हम तीन दोस्त यह गेम खेल रहे थे। जिसमें मै 28वी स्टेज पर था वह दूसरा 23वी स्टेज पर था, जबकि निशांत  49वी स्टेज पर पहूंच गया था।
गौरतलब है कि ब्लू व्हेल एक सोशल मीडिया गेम है जिसके जरिए फेसबुक और इंस्टाग्राम इस्तेमाल करने वाले बच्चों को निशाना बनाया जा रहा है। वहीं सरकार ने इस गेम को रोकने के लिए सभी सोशल मीडिया साइट्स से इसकी लिंक हटाने का निर्देश जारी कर दिए है। खूनी ब्लू व्हेल गेम देश व दुनिया में लगातार बच्चों व युवाओं की जान ले रहा है। कई बच्चों ने इस गेम के चक्कर में मौत को गले लगा लिया। वहीं बच्चों के सुसाइड करने का सिलसिला अभी तक थमता नजर नहीं आ रहा हैं।
चौकी प्रभार ने जारी किया था अलर्ट
शामली में चौकी प्रभारी चौसाना ने सरकारी व मान्यता प्राप्त विद्यालयों में बच्चों के साथ एक बैठक की थी। उन्होंने बच्चों को ब्लू व्हेल गेम के खतरे और स्मार्टफोन की कमियां बताकर पढ़ाई पर जोर देने की सलाह दी। एसपी डॉ. अजयपाल शर्मा के निर्देश पर चौकी प्रभारी मनोज कुमार ने चौसाना के ज्योतिबा इंटर कॉलेज व सरकारी प्राथमिक स्कूल में गोष्ठी की।
उन्होंने बच्चों से उक्त गेम के बारे में पूछताछ की। उन्हें कोई भी बच्चा ऐसा नहीं मिला जो इसे खेलता हो। उन्होंने बच्चों को ब्लू व्हेल गेम से दूरी बनाये रखने की सलाह दी। चौकी प्रभारी ने बच्चों को स्मार्टफोन से दूर रहकर पढ़ाई को सही तरीके से करने की सलाह भी दी।

कंप्यूटर और लैपटॉप का कीबोर्ड खराब होने पर एेसे करें टाइपिंग

on screen keyboard
अचानक कंप्यूटर या लैपटॉप का कीबोर्ड खराब हो जाता है मगर कुछ जरूरी काम या फिर कोई ऑनलाइन फॉर्म भरना है तो कंप्यूटर में पहले से मौजूद यानी प्रीलोडेड ‘ऑनस्क्रीन कीबोर्ड’ का प्रयोग कर सकते हैं। इस कीबोर्ड को माउस की मदद से चलाया जाता है। इसके अलावा किसी आर्टिकल को जल्दी लिखना या टाइप करना है तो कुछ एक्सटेंशन की मदद ले सकते हैं जो वॉयस को टेक्स्ट में बदल देते हैं।
ऐसे खोजें ऑनस्क्रीन कीबोर्ड
ऑनस्क्रीन कीबोर्ड खोजना बहुत ही आसान है इसके लिए कंप्यूटर या लैपटॉप के ‘स्टार्ट मेन्यू’ पर क्लिक करें और वहां दिए गए ‘प्रोग्राम’ में जाएं। यहां आपको वर्चुअल कीबोर्ड लिखा मिलेगा। समस्या आने पर विंडोज-7 में स्टार्ट पर दिए गए सर्च बार में on screen keyboard टाइप करें और उसे खोजें। इस पर माउस से क्लिक कर टाइप कर सकते हैं। इसमें वे सभी बटन दिखाई देंगे जो टाइपिंग में प्रयोग किए जाते हैं।
माउस का क्लिक खराब होने के बाद भी करेगा काम
अक्सर सवाल आता है कि अगर माउस का क्लिक काम नहीं करेगा तो कैसे टाइप करें। ऑन स्क्रीन कीबोर्ड में इस समस्या का भी हल दिया गया है। इसके लिए माउस कर्सर को उस अक्षर के ऊपर ले जाना होगा जिसे टाइप करना चाहते हैं। मिसाल के तौर पर T टाइप करना चाहते हैं तो कर्सर को T पर ले जाएं और कुछ समय के लिए रखें। इसके बाद बिना क्लिक किए यह अक्षर खुद ब -खुद टाइप हो जाएगा। इसके लिए ऑनस्क्रीन कीबोर्ड की ‘सेटिंग’ में बदलाव करना होगा।
सेटिंग के लिए ऑप्शन पर क्लिक करें 
ऑनस्क्रीन कीबोर्ड में दाईं ओर नीचे की तरफ दिए गए ‘ऑप्शन’ पर क्लिक करें। इसके बाद वहां नई विंडो स्क्रीन खुलेगी। इसमें चौथे नंबर ‘हॉवर ओवर कीज’ का विकल्प होगा,उस पर क्लिक करें। इसके बाद इसमें समय चुनने का विकल्प मिलेगा। वह समय है जिसमें माउस को किसी अक्षर पर रखने से वह खुद ब-खुद टाइप हो जाएगा। इसे कम और ज्यादा कर सकते हैं। इसके बाद नीचे दिए गए ‘ओके’ पर क्लिक कर दें। सेटिंग में बदलाव करते वक्त माउस का क्लिक बटन ठीक हो

Thursday 21 September 2017

हैवानियत: भाइयों को फंसाने के लिए बाप ने बेटे का गला रेता, जानिए क्यों

mureder
भाइयों को फंसाने के लिए बाप ने अपने ही बेटे की गला रेतकर हत्या कर दी। भाई के घर के गेट पर मानसिक रूप से कमजोर बेटे को लहूलुहान हालत में तड़पता छोड़ आरोपी भाग निकला और थाने पहुंचकर भाइयों पर हत्या का आरोप लगा दिया। पुलिस ने हत्यारोपी पिता को गिरफ्तार कर लिया और आला ए कत्ल भी बरामद कर लिया। 
पुलिस के अनुसार किठौर के मोहल्ला मौसमखानी में रहने वाले इमरान का पैतृक मकान के बंटवारे के करीब 1.35 लाख रुपये को लेकर भाइयों बाबू और चांद से विवाद चल रहा है। बाबू और चांद पैतृक मकान में रहते हैं, जबकि इमरान यहां से दूर रहता है। गुरुवार सुबह इमरान अपने बेटे फैसल को लेकर भाइयों के पास पैतृक निवास पर पहुंचा। आरोपी इमरान का भाइयों से इसी रकम को लेकर विवाद हो गया। 
आरोप है कि इमरान ने अपने बेटे का मुंह दबा लिया और कमरे में खींचकर छुरी से उसका गला रेत डाला। इसके बाद इमरान ने हल्ला मचा दिया कि उसके बेटे फैसल को उसके भाइयों ने घेरकर मार डाला है। डर के मारे इमरान के भाई घर से भाग निकले। इमरान अपने घर पहुंचा और कपड़े बदलकर पत्नी को साथ लेकर थाने आ गया। 
सीओ पंकज कुमार और एसओ राजेंद्र कुमार त्यागी मौके पर पहुंचे तो वहां फैसल की लाश पड़ी मिली। उसकी गला रेतकर हत्या की गई थी। शव को उठाकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। पुलिस ने घटना की छानबीन की तो इमरान की भूमिका संदिग्ध मिली। पुलिस ने इमरान और उसकी पत्नी को हिरासत में लेकर पूछताछ की। इसके बाद पूरा केस खुल गया। इमरान ने बताया कि उसका भाइयों से रकम को लेकर विवाद चल रहा है। भाइयों ने रकम देने से इंकार किया तो गुस्से में उसने अपने बेटे की गर्दन रेत दी और भाइयों पर आरोप लगा दिया।

अवैध संबंध के लिए मजबूर करती थी भाभी, देवर ने कर दी हत्या

तनसीम हैदर [Edited by: परवेज़ सागर]
गाजियाबाद, 21 सितंबर 2017, अपडेटेड 16:57 IST
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दिल्ली से सटे यूपी के गाजियाबाद में एक महिला के कत्ल का सनसनीखेज मामला सामने आया है. जहां अवैध संबंधों के चलते एक देवर ने ही अपनी भाभी को बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया. हत्या के बाद आरोपी खुद थाने पहुंचा और पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया.
हत्या की यह वारदात साहिबाबाद के लाजपत नगर की है. जहां ओमपाल अपनी पत्नी अनीता और भाई आकाश के साथ रहता है. बुधवार की रात अनीता का पति घर से बाहर था. तभी उसका देवर आकाश एक शख्स के साथ घर आया. उसी रात करीब सवा दस बजे आकाश ने अपनी भाभी अनीता की चाकू से गला रेतकर हत्या कर दी. उसकी लाश कमरे में खून से लथपथ हालत में बरामद हुई.
मृतका का पति ओमपाल पार्किंग का ठेकेदार है. किसी को नहीं पता कि देवर और भाभी के बीच ऐसा क्या हुआ कि उसने अनीता का कत्ल कर दिया. पुलिस ने बताया कि अनीता और उसके देवर आकाश के बीच अवैध संबंध थे. युवक इस संबंध को खत्म करना चाहता था. लेकिन अनीता उस पर दबाव बनाती थी. इसी बात से परेशान होकर उसने भाभी की हत्या कर दी.
पुलिस ने 26 वर्षीय महिला की लाश को पंचनामे के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. पुलिस मामले की पड़ताल रही है. आरोपी देवर आकाश ने खुद थाने जाकर पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया. वह पुलिस हिरासत में बस रोए जा रहा है. वहीं महिला के पति का भी रो-रो कर बुरा हाल है.

Tuesday 19 September 2017

रात 3 बजे मैसेज आया-छत पर जाओ, मदहोशी में ऐसा करता गया और फिर...

वाराणसी. यहां ब्लू व्हेल गेम का एक और मामला सामने आया है। 23 साल का एक युवक गेम के टास्क को पूरा करता पकड़ा गया।
  • रात 3 बजे मैसेज आया-छत पर जाओ, मदहोशी में ऐसा करता गया और फिर...
    +3और स्लाइड देखें
    वाराणसी.यहां ब्लू व्हेल गेम का एक और मामला सामने आया है। 23 साल का एक युवक गेम के टास्क को पूरा करता पकड़ा गया। उसके हाथ में ब्लेड से मछली का शेप बना हुआ था। एसओ रामनगर का कहना है कि फि‍लहाल कोई कम्पेल नहीं आई है।
    क्या है पूरा मामला ?
    - मामला वाराणसी के रामनगर थाना क्षेत्र का है।
    - 23 साल का अभिषेक ब्लू व्हेल गेम का टास्क पूरा करता पकड़ा गया। उसने हाथों में ब्लेड से चीरा लगाकर मछली का आकार बना लिया था।
    - अभि‍षेक ने बताया, 5 सितम्बर को अपने दोस्तों के साथ एक पार्टी में गया था। वहां पर ब्लू व्हेल गेम के बारे में सुना। रात में घर लौटा तो इंटरनेट से गेम डाउनलोड कर लिया।
    - 9 सितम्बर को गेम खेलना शुरू क‍िया। उसे खेलते ही धीरे-धीरे मदहोश सा होने लगा। जब मछली का आकार हाथ पर बना रहा था तो दर्द भी काफी हो रहा था, लेकिन गेम के इंस्ट्रक्शन के साथ ही इंज्वॉयमेंट लगने लगा। मछली को कोई देख न पाए, इसलिए हाथ को हमेशा शर्ट से ढककर रखता था।
    - 14 स‍ितम्बर को मोबाइल पर मैसेज आया, ''छत के आखि‍री सिरे पर चढ़कर महसूस करो कैसा लगता है।''
    - मैं रात में तीन बजे उठा और छत पर चढ़ने की कोशिश करने लगा।
    मोबाइल से गेम किया डि‍लीट
    - पिता चिरंजीवी लाल ने बताया, रात तीन बजे कुछ पड़ोसियों की नजर बेटे पर पड़ी तो उन्होंने हमें सूचना दी। हमने तुरंत छत पर पहुंचकर अभि‍षेक को नीचे उतार लिया।
    - इसके बाद अभिषेक ने मोबाइल से गेम डिलीट कर मोबाइल को फॉर्मेट कर दिया।
    - बेटे को मानसिक तौर पर उबारना था। उसको फॉलो किया जा रहा था। उसको डॉक्टर के पास भी ले जाया गया।

मां ने बिना कान वाले अनोखे बेटे को दिया जन्म, पिता बोला- ये अल्लाह की देन

अलीगढ़ में एक युवक के घर अद्भुत बेटे ने जन्म लिया। बच्चे के चेहरे में कान नहीं है। उसकी आंखे बड़ी-बड़ी हैं।
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    अलीगढ़ में एक युवक के घर अद्भुत बेटे ने जन्म लिया।
    अलीगढ़.यूपी के अलीगढ़ में एक युवक के घर अद्भुत बेटे ने जन्म लिया। बच्चे के चेहरे में कान नहीं है। उसकी आंखें नॉर्मल से ज्यादा बड़ी हैं। बच्चे को देखते ही सबसे पहले मां के मुंह से चीख निकल गई। बच्चे के पिता का कहना है, ''अब ये जैसा भी है, अल्लाह की देन है।'' इसे देखने के लिए दूसरे गांव से भी लोग जमा हो रहे हैं। आगे पढ़िए पूरा मामला...
    - मामला शहर कोतवाली इलाका स्थित भोजपुरा का है। यहां के रहने वाले अरशद की पत्नी करिश्मा ने मंगलवार सुबह 4 बजे एक अद्भुत बेटे को जन्म दिया।
    - खास बात ये हैं कि बच्चे के कान नहीं है। उसकी आंखे बड़ी-बड़ी हैं। इसे देखने के लिए दूसरे गांव से भी लोग जमा हो रहे हैं।
    - पिता का कहना है, ''मेरी एक बेटी है। बस एक बेटे की चाह थी। अब ये जैसा भी है, अल्लाह की देन है। जबतक उसकी सांसे चल रही है, तब तक पालेंगे।'' 
    - वहीं, स्थानीय निवासी मूमिन का कहना है, ''ऊपर वाले ने जैसा दिया ठीक है, लेकिन उसके कान नहीं है। आंखें भी बड़ी-बड़ी हैं। देखने में अनोखा है। बच्चा अभी स्वस्थ है। उसकी सांसे चल रही है।''
    क्या कहना है डॉक्टर का ?
    - केजीएमयू की डॉ. अर्चना कुमार ने बताया, ''जेनेटिक डिसऑर्डर के कारण बच्चे को इस तरह की प्रॉब्लम हो सकती है। इस तरह के बच्चे अमूमन ज्यादा दिनों तक नहीं जीते है। कई बार कुछ बच्चे जन्म के समय प्री- मेच्योर होते है। उन्हें ट्रीटमेंट के बाद ठीक भी कर दिया जाता है। लेकिन ये बच्चे की कंडीशन पर निर्भर करता है।''

Sunday 17 September 2017

2017 बेटी बचाओ बेटी पढाओ योजना Beti Bachao Beti Padhao Yojana Benefits in Hindi (BBBPY)


2017 बेटी बचाओ बेटी पढाओ योजना Beti Bachao Beti Padhao Yojana Benefits in Hindi (BBBPY)

2017 बेटी बचाओ बेटी पढाओ योजना Beti Bachao Beti Padhao Yojana Benefits in Hindi (BBBPY)

विषय सूचि [show]
हमारे माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने लड़कियों की रक्षा और उनके बेहतर पढाई के लिए एक बेहतरीन scheme की शुरुवात की जिसका नाम है Beti Bachao Beti Padhao Yojana [BBBPY]. बहुत सारे क्षेत्रों में बेटियों को लड़के की जन्म की आस में सूली में चढ़ा दे रहे हैं जो की बहुत ही शर्म की बात है। यह स्कीम लाया गया है ताकि लिंग भेदभाव रुके और एक लड़की की जान बाख सके।
यह स्कीम लड़के और लड़कियों के बिच के भेदभाव को पूरी तरीके से दूर कर देगा और साथ ही लोगों के मन में एक बदलाव ले कर आएगा। लड़कियों को लड़कों के मुकाबले कम समझने वालों को लड़कियों का मूल्य समाजमें आएगा।

बेटी बचाओ बेटी पढाओ योजना स्कीम की जानकारी Beti Bachao Beti Padhao Yojana Scheme (BBBPY)

इस तरीके की स्कीम व् योजना का भारत में शुरू होना हमारे लिए बहुत ही आवश्यक और गर्व की बात है। इस प्रकार की योजनायें ही हमारे देश को आगे लेकर जायेगें। हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने बेटी बचाओ2 बेटी पढाओ योजनाकीशुरुवात “बेटा बेटी एक सामान” के नारे से शुरू की।
इस योजना को प्रधानमंत्री जी ने 22 जनवरी 2015 को पानीपत, हरयाणा में Launch किया था।

बेटी बचाई बाटी पढाओ योजना स्कीम से जुड़े संबधित मंत्रालय Related Ministry for BBBPY

  • महिला बाल विकास (Women and Child Development)
  • स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण (Health and family welfare)
  • मानव संसाधन विकास (Human Resource Development)

बेटी बचाओ बेटी पढाओ योजना के लिए आवेदन पत्र 2017 Beti Bachao Beti Padhao Application Form22

बेटी बचाओ बेटी पढाओ योजना में आपको अपनी बेटी के लिए एक Bank Account Open करना होगा जिसमें उस बच्ची की Age Limit 10 Years होती है। इसी के जैसे और भी स्कीम है जैसे Sukanya Samriddhi Yojna या Sukanya Dev Yojna.
सभी Banks इस Beti Bachao Beti Padhao Yojna के लिए Authorize हैं इसलिए आप अपने पास के किसी भी बैंक में इस योजना के तहत अकाउंट खुलवा सकते हैं। यहाँ तक की आप पास के Post Office में भी इस योजने के तहत Account Open करवा सकते हैं।
इस Scheme की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें छोटे से छोटे Savings पर ज्यादा से ज्यादा Interest मिलता। साथ ही उस लड़की का Account U/S 80C of the Income Tax Act, 1961 के अनुसार पूरी तरीके से Tax Free होता है।

बेटी बचाओ बेटी पढाओ योजना के फायदे Benefits of Beti Bachao Beti Padhao Yojna in Hindi 2017

इस योजना के कई फायदे हैं – जैसे
  • इससे लड़कियों को वित्तीय सहायता मिलती है।
  • इस योजना से लड़कियों को उच्च शिक्षा के लिए जाने का अवसर प्रदान क होता है।
  • लड़कियों के विवाह में यह स्कीम वित्तीय सहायता प्रदान करता है।3
  • कन्या भ्रूण हत्या को रोकने में मदद कर रहा है।
  • लड़कियों को आगे बढ़ने में मदद मिलती है।

Implementation of Beti Bachao Beti Padhao Scheme बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ स्कीम को कैसे लागु किया गया है?

इस scheme को District Level, At Block Level और Gram Panchayat Level पर लागु किया गया है। साथ ही समाज में इस नारा को फ़ैलाने के लिए समय समय पर कई प्रोग्राम और ज्ञान दिये जाते हैं ताकि लडकियों और लड़कों के बिच भेदभाव दूर हो।
बेटी बचाओ बेटी पढाओ योजना के लिए जरूरी डाक्यूमेंट्स Documents Required for BBBP Yojna
  • लड़की का जन्म प्रमाण पत्र
  • उसके माता पिता का पहचान प्रमाण पत्र
  • उसके माता पिता का पता प्रमाण पत्र